औरैया (रिपोर्ट: आयुष गुप्ता): यू तो जिले में 06 नगर पंचायतें है मगर नगर पालिका का दर्जा औरैया के पास है। साल दर साल इस नगर पालिका से कर्मचारी सेवानिवृत हो रहे हैं पर रिक्त पदों के नाम पर भर्ती बिल्कुल शून्य है। सरकारें बदलती है लेकिन किसी भी जिम्मेदार ने यहॉ भर्ती करना मुनासिव नहीं समझा। अब एक बार फिर से शासन को खत लिखा जा रहा है। देखना है कि इस खत के बाद सरकार क्या कदम उठाती है।
औरैया नगर पालिका (Auraiya Nagar Palika) अगस्त 1949 ई0 में बनी थी तब से लगातार इस जनपद में इकलौती नगर पालिका संचालित हो रही है। शेष 06 नगरीय निकाय क्षेत्रों में नगर पंचायतें हैं। बात अगर नगर पालिका के स्टाफ की करें तो यहॉ सालो से कर्मचारियो का अभाव है। बताया जा रहा है कि पिछले 10 बर्षों से लगातार हर साल किसी न किसी पद पर कर्मचारी सेवा निवृत हो रहे है। मौजूदा समय में भी यहा पर काफी पद रिक्त पड़े है। कनिष्ठ लिपिक के स्वीकृत 12 पदों पर 02 ही लोग काम कर रहे है। ऐसे में शेष चल रहें रिक्त पदों पर अन्य कर्मचारियों को काम देखना पड़ रहा हैं इसी प्रकार पम्प अटेन्डेट के स्वीकृत 06 पदों पर ही 03 लोग काम देख रहे है वही चपरासी के 18 पद स्वीकृत है। जिसमें 11 लोग ही काम निपटा रहें है इस तरह से रिक्त पदों पर किसी की भर्ती न होने से 01-01 कर्मचारी को 02-02 – 03-03 टेबिल का काम देखना पड़ रहा है। खास बात यह है कुल स्वीकृत पदों 160 पर 89 लोग ही कार्यरत है जबकि 71 पद खाली है। यहॉ यह बात जरूरी है कि हर बार पालिका प्रशासन शासन को पत्र भेजकर भर्ती की मांग करता है लेकिन उसकी हर मांग हमेशा अधूरी रह जाती है। उम्मीद है कि अबकी बार जो पत्र भेजा जा रहा है शायद उस पर शासन संज्ञान लेकर भर्ती करें।
क्या बोले जिम्मेदार
औरैया नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी बलवीर सिंह का कहना है कि कर्मचारियों की कमी पूरी करने के लिये पत्र लिखे जा रहे है। उन्होने कहॉ की शासन से कोई भर्ती न होने की वजह से यहा पर भर्ती नही हो पा रही है।
बराबर कर रहें प्रयास
औरैया नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि लालजी शुक्ला का कहना है कि स्टाफ की कमी पूर्ण करने के लिये शासन को पत्र भेजे गये है। रही बात स्टाफ की कमी की तो अन्य कर्मचारियों से सहयोग लेकर काम चलाया जा रहा है। कुछ संविदा तो कुछ आउट सोर्सिंग के कर्मचारियों से भी काम लिया जा रहा है।