औरैया : जनपद के गौरव डॉ. पीयूष द्विवेदी ने अपने बुलंद इरादे और सच्ची इच्छाशक्ति से आज एक नया मुकाम हासिल कर जनपदवासियों को गौरवान्वित किया है। जी हां,औरैया निवासी पीयूष द्विवेदी ने फोर्ब्स इंडिया मैगजीन के जुलाई 2021 संस्करण में कवर पेज पर 9 उद्धमियों के साथ जगह बनाकर प्रदेश के साथ-2 अपने ग्रह जनपद को भी गौरवान्वित किया है। पीयूष द्विवेदी नेक्सजेन एनेर्जिया लिमिटेड नामक कंपनी के चेयरमैन हैं और डॉ. पीयूष द्विवेदी वर्तमान में नोएडा में अपना कारोबार कर रहे हैं। उन्होंने यह उपलब्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Narendra Modi) के स्वच्छ भारत मिशन (Swachh Bharat Mission) के तहत कूड़े से जैविक ईंधन बनाने का कार्य करने के पक्ष में हासिल की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,यह उपलब्धि पाने वाले वह प्रदेश के इकलौते उद्यमी बन गए हैं। उनकी उपलब्धि से जनपद के युवाओं में खुशी की लहर है और लोग उनकी खुले दिल से सराहना कर रहे हैं।
शिक्षकपुत्र ने रोशन किया जनपद का नाम
डॉ. पीयूष द्विवेदी जी का जन्म 1972 में औरैया में हुआ था । उनके पिता स्वर्गीय महेंद्र मोहन द्विवेदी तिलक नगर में स्थित तिलक इंटर कॉलेज(Tilak Inter College) में एक शिक्षक थे। पीयूष द्विवेदी ने बारहवीं तक की पढ़ाई अपने गृहजनपद से की और आगे की पढ़ाई करने के लिए वह कानपुर गए थे।उन्होंने डीबीएस कॉलेज गोविंद नगर से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद परास्नातक भी कानपुर से ही किया था।
पीयूष द्विवेदी ने 1998 में कानपुर से शुरू किया अपना व्यवसायिक सफर
परस्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद वह कानपुर के रतनलाल नगर में रहने लगे और यहीं रहते हुए उन्होंने 1998 में मशीनरी कारोबार में अपना पहला कदम बढ़ाया। व्यवसायिक क्षेत्र में उन्होंने कई उतार चढ़ाव झेले,नुकसान उठाया लेकिन हिम्मत न हारते हुए फिर से एक नई दिशा में कदम बढ़ाया। बॉटलिंग प्लांट की शुरुवात की और धीरे धीरे अपने कारोबार को बढ़ाया।दिल्ली में पानी के कारोबार की फलने फूलने की संभावनाओं को देखते हुए उन्होंने अपना प्लांट कानपुर से नोएडा शिफ्ट कर लिया।
बढ़ते कारोबार ने दिलाई देश में नई पहचान
बॉटलिंग प्लांट को कानपुर से नोएडा शिफ्ट करने के पश्चात व्यापार में काफी उतार चढ़ाव देखा लेकिन उन्होंने जो करने का ठाना था उसके चलते उन्होंने पीछे मुड़कर नही देखा, अपनी लगन और प्रबल इच्छशक्ति के बलबूते अपने कारोबार को अच्छी तरह से बढ़ाया।अपने बढ़ते कारोबार के बलबूते उन्होंने अपने आप को देश के बड़े उद्यमियों की श्रेणी में लाकर खड़ा कर दिया। जिससे देश में उन्हें नई पहचान मिली। इसी क्रम में फोर्ब्स मैग्जीन इंडिया (Forbes Magazine) ने अपने जुलाई संस्करण में “वोकल फॉर लोकल” सेगमेंट में उनका नाम शामिल कर उन्हें स्थान दिया है।
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हजारों प्लांट और सीबीजी पंप लगाने के लक्ष्य पर कर रहे हैं काम
डॉ. पीयूष द्विवेदी जी को कूड़े से जैविक ईंधन बनाने के लिए सम्मानित भी किया जा चुका है। डॉ. पीयूष द्विवेदी ने मीडिया को बताया कि वह देशभर में जैव ईधन (Bio Fuel) पर आधारित 10 हजार प्लांट और सीबीजी पंप लगाने के लक्ष्य पर कार्य कर रहे हैं। प्लांट में कूड़े को गैस में परिवर्तित करके कंप्रेस्ड बायो गैस (Compressed Bio Gas) बनाई जाएगी और इसे पंप के जरिए बेचा जाएगा। इससे देश में कूड़े की समस्या निस्तारित होगी और साथ ही लगभग 15 लाख लोगों को रोजगार भी मिलेगा। वहीं, इससे निकलने वाले रॉ मैटेरियल को खाद के रूप में प्रयोग में लाया जाएगा।