रिपोर्ट: सतेन्द्र सिंह सेंगर
औरैया: कंचौसी कस्बे व उसके आसपास के गांवो में वर्तमान में गेहूं की फसल का बुआई कार्य शुरू हो गया है। ऐसे में खेतों में पलेवा किया जाना है, लेकिन निचली रामगंगा नहर व रजबहों में एक माह से पानी न होने से पलेवा का संकट है। गेहूं की बुआई का कार्य शुरू हो गया है। अधिकतर जगहों पर पानी की व्यवस्था नहर व रजबहों द्वारा होती है। एक माह से नहर में पानी नहीं आया है। इससे धान की फसल को आखिरी समय पानी नहीं मिल पाया था। जिन खेतों में धान की फसल काटी गई है। वहां भी नमी न होने से पलेवा की आवश्यकता पड़ रही है, लेकिन नहर रजबहों में पानी न होने से किसान परेशान हैं। जिन स्थानों पर ट्यूबवेल की सुविधा उपलब्ध है वहां पर तो किसान पलेवा कर रहे हैं। शेष जगहों पर नहरों में पानी आने का इंतजार करना पड़ रहा है।किसान राजू कुमार , बाबू राम , अरविंद कुमार , अबलाख आदि ने बताया पिछले एक वर्ष से नहर व रजबहे किसानों को धोखा दे रहे हैं। जिस समय पानी की आवश्यकता सर्वाधिक होती है उस समय किसानों को पानी नहीं मिल पाता है। इससे उत्पादन भी प्रभावित हो रहा है। यदि नहरों में पानी न आया तो गेहूं की बुआई लेट हो सकती है। किसानों ने जिला प्रशासन से नहरों में जल्द पानी छोड़े जाने की मांग की है।