New Chairman of Tata Group: टाटा समूह के लिए यह सप्ताह महत्वपूर्ण रहा है, जब टाटा ट्रस्ट के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा के देहांत के बाद, नोएल टाटा को सर्वसम्मति से टाटा ट्रस्ट का नया चेयरमैन चुना गया। यह निर्णय शुक्रवार को टाटा ट्रस्ट की दो महत्वपूर्ण बैठकों में लिया गया, जिनमें पहली बैठक रतन टाटा को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए और दूसरी बैठक नए चेयरमैन के चयन हेतु हुई।
रतन टाटा का बुधवार रात मुंबई में निधन हो गया था और उनके निधन से देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। उन्होंने टाटा समूह के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और उन्हें भारतीय उद्योग जगत के पथप्रदर्शक के रूप में याद किया जाएगा।
कौन हैं नोएल टाटा?
नोएल टाटा, नवल एच टाटा और सिमोन एन टाटा के बेटे हैं। उनका जुड़ाव टाटा समूह से 40 वर्षों से अधिक का है। वह कई प्रमुख टाटा कंपनियों के बोर्ड में शामिल हैं, जिनमें टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड, वोल्टास, ट्रेंट और टाटा इन्वेस्टमेंट कॉर्पोरेशन जैसी कंपनियां शामिल हैं। इसके साथ ही, वे टाटा स्टील और टाइटन कंपनी लिमिटेड के वाइस चेयरमैन भी हैं। उनकी शिक्षा ब्रिटेन की ससेक्स यूनिवर्सिटी और फ्रांस के INSEAD से हुई है, जो उनके वैश्विक दृष्टिकोण को और मजबूत करती है।
नोएल टाटा के साथ उनके परिवार का जुड़ाव भी टाटा ट्रस्ट में गहराई से देखा जा रहा है। उनके तीन बच्चे, लेह, माया और नेविल, भी परोपकारी संस्थाओं के बोर्ड में शामिल हो चुके हैं, जो टाटा ट्रस्ट की 132 वर्षों पुरानी परंपराओं में एक नए अध्याय का संकेत देते हैं। यह कदम यह दर्शाता है कि ट्रस्ट्स में नए और युवा नेतृत्व को मौका दिया जा रहा है, जो समूह के भविष्य को दिशा देने में महत्वपूर्ण साबित हो सकते हैं।
टाटा ट्रस्ट की विरासत और बदलाव
टाटा ट्रस्ट, टाटा संस का 66% हिस्सा नियंत्रित करता है, जो टाटा समूह की होल्डिंग कंपनी है। नोएल टाटा की नियुक्ति से यह साफ हो गया है कि टाटा परिवार की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए उन्हें सबसे उपयुक्त समझा गया है। वह सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट और सर रतन टाटा ट्रस्ट के चेयरमैन बनने वाले छठवें और 11वें व्यक्ति हैं, जो उन्हें इस महत्वपूर्ण पद पर बैठने के लिए और भी विशेष बनाता है।
नोएल टाटा के नाम के साथ ही मेहली मिस्त्री का नाम भी चर्चा में था, जो रतन टाटा के करीबी माने जाते हैं और कई वर्षों से टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। हालांकि, नोएल टाटा का चयन यह दर्शाता है कि टाटा ट्रस्ट्स परिवार की परंपरा को बनाए रखते हुए आगे बढ़ने के लिए तैयार है।
टाटा समूह के लिए नए युग की शुरुआत
नोएल टाटा के नेतृत्व में टाटा ट्रस्ट्स का भविष्य निश्चित रूप से रोमांचक और संभावनाओं से भरपूर नजर आ रहा है। उनका अनुभव, उद्योग में उनकी गहरी समझ, और उनके परिवार का योगदान उन्हें इस महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिए सही चयन बनाता है। टाटा ट्रस्ट्स में उनके तीन बच्चों की सक्रिय भागीदारी भी यह दर्शाती है कि समूह अब एक नए युग की ओर बढ़ रहा है, जहां नए विचार और नई पीढ़ी का नेतृत्व समूह की ताकत बनेगा।
रतन टाटा का निधन न केवल टाटा समूह बल्कि समूचे उद्योग जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। लेकिन नोएल टाटा के नेतृत्व में, टाटा ट्रस्ट्स की परंपरा और आदर्शों को बनाए रखते हुए, समूह नई ऊंचाइयों को छूने के लिए तैयार है।