औरैया (रिपोर्ट- विकास श्रीवास्तव ): आज दिनांक 04 अगस्त 2024 को औरैया में साइबर ठगों की एक नई चाल सामने आई है। एक विधवा महिला को ठग ने थाने से सब इंस्पेक्टर बनकर फोन किया और मुकदमे में कार्रवाई के नाम पर 10 हजार रुपए की मांग की। हालांकि, महिला की सतर्कता और सदर कोतवाल की त्वरित प्रतिक्रिया ने इस ठगी को नाकाम कर दिया।
औरैया नगर पालिका के पूर्व सभासद सहित आठ लोगों के खिलाफ 03 अगस्त 2024 को दर्ज मुकदमे को आगे बढ़ाने और गिरफ्तारी करने के नाम पर एक ठग ने खुद को सब इंस्पेक्टर बताकर विधवा महिला से 10 हजार रुपए की मांग की। महिला ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत सदर कोतवाल भूपेंद्र राठी को इस बारे में सूचित किया। कोतवाल साहब ने मामले को साइबर ठगी करार दिया और महिला को ऐसे फोन कॉल्स से सावधान रहने की सलाह दी।
विधवा महिला का सतर्क कदम
विधवा महिला ने 24 घंटे पूर्व ही अपने ससुराल पक्ष के जेठ, जेठानी और भतीजों के खिलाफ कार, बुलेट मोटरसाइकिल, कीमती गहने और धनराशि हड़पने के मामले में मुकदमा दर्ज कराया था। फोन पर ठगी की इस कोशिश के बाद महिला ने सदर कोतवाल से संपर्क किया और ठगी से बच गई।
ठगी की कहानी
साइबर ठग ने सुबह 6:32 बजे फोन नंबर 7909848088 से महिला को कॉल किया और खुद को थाने का सब इंस्पेक्टर बताते हुए कहा, “आपके द्वारा दर्ज कराए गए मुकदमे में कार्रवाई चाहते हैं तो 10 हजार रुपए भेज दें।” महिला ने इस कॉल को संदिग्ध मानते हुए तुरंत पुलिस को सूचित किया।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
सदर कोतवाल भूपेंद्र राठी ने इस मामले को साइबर ठगी का मामला बताया और महिला को इस तरह की ठगी से बचने के लिए सतर्क रहने की सलाह दी। उन्होंने सभी नागरिकों से भी अपील की कि वे इस तरह की किसी भी संदिग्ध कॉल को तुरंत पुलिस को सूचित करें।
महिला की शिकायत,क्या है पूरा मामला?
आपको बताते चलें आगरा निवासी महिला की सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला विधि चंद्र निवासी जितेंद्र कुमार गुप्ता पुत्र स्व: भगवान दास गुप्ता से शादी हुई थी, जिनकी मृत्यु 13 जून 2024 को हो गई थी। पति की मृत्यु के बाद से ही महिला अपने ससुराल पक्ष के जेठ, जेठानी और भतीजों पर कार, बुलेट मोटरसाइकिल, सोने के गहने और धनराशि हड़पने एवं जान से मारने की धमकी के मामले में पुलिस को शिकायती पत्र दिया था।
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जिसकी जांच महिला थाना,सदर कोतवाली पुलिस, के द्वारा की गई,कार्रवाई ना किये जाने पर विधवा महिला ने पुलिस अधीक्षक औरैया, एवं दिनांक 5 जूलाई 2024 लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री/ डीजीपी मुख्यालय में उपस्थित होकर न्याय की गुहार लगाई थी, मुख्यमंत्री एवं डीजीपी कार्यालय द्वारा जांच के आदेश दिए गये थे । एक माह जांच होने के बाद कोई कार्रवाई ना होने से विधवा महिला पुनः दिनांक 02 अगस्त 2024 को लखनऊ में पहुंच कर मुख्यमंत्री एवं डीजीपी मुख्यालय में उपस्थित होकर फिर न्याय की गुहार लगाई, पुलिस मुख्यालय लखनऊ में देखा गया कि औरैया पुलिस की जांच में विधवा महिला द्वारा लगाये गये जेठ जेठानी एवं भतीजों पर आरोप प्रमाणित हो रहे हैं, जिसपर पुलिस अधीक्षक औरैया के आदेश पर विधवा महिला की तहरीर पर जेठ जेठानी एवं भतीजों सहित 8 लोगों के विरुद्ध 03 अगस्त 2024 को मुकदमा दर्ज कर लिया गया था ।
आज दिनांक 04 अगस्त को सुबह करीब 6:32 पर विधवा महिला के फोन पर इस नंबर से 7909848088 काल आई बोला मैं थाने से सब इंस्पेक्टर बोल रहा हूं आपके द्वारा जो मुकदमा लिखवाया गया है, विपक्षियों पर कार्रवाई चाहते हैं तो 10 हज़ार रुपए भेज दें, और ठग ने इसी नंबर पर फ़ोन पे भी बताया कहा इसी नंबर पर भेज दो,
विधवा महिला ने इस प्रकरण की जानकारी सदर कोतवाल को दी,तो मामला साइबर ठगी फ्राड से पाया गया, जिससे विधवा महिला ठगी का शिकार होने से बच गयी
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि साइबर ठगों के नए-नए तरीके कितने खतरनाक हो सकते हैं। पुलिस की जागरूकता और नागरिकों की सतर्कता के कारण ही इस ठगी को नाकाम किया जा सका। सभी नागरिकों से अपील है कि वे किसी भी संदिग्ध फोन कॉल को नजरअंदाज न करें और तुरंत पुलिस को सूचित करें।