औरैया: (रिपोर्ट- दीपक अवस्थी,अजीतमल ) – बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए जागरूकता और तैयारी आवश्यक है। इसी क्रम में, विकासखंड अजीतमल के ग्राम पंचायत सिकरोडी में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और 8वीं एनडीआरएफ गाजियाबाद टीम के संयुक्त प्रयास से आपदा जोखिम न्यूनीकरण कार्यक्रम ‘फामेक्स’ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीणों को बाढ़ से बचाव के उपायों और आपातकालीन स्थिति में सुरक्षित रहने के तरीके सिखाना था।
एनडीआरएफ टीम (NDRF Team) ने ग्राम सिकरोडी में यह कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें ग्रामीणों को बाढ़ आपदा जोखिम न्यूनीकरण के उपायों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी अजीतमल अमित कुमार, आपदा विशेषज्ञ दीपक कुमार, लेखपाल दीपक कुमार सहित कई अधिकारी और कर्मचारी भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामवासी भी शामिल हुए।
बाढ़ आपदा जोखिम न्यूनीकरण के उपाय
कार्यक्रम के दौरान एनडीआरएफ टीम ने ग्रामीणों को बाढ़ से बचाव के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए, जिनमें शामिल हैं:
- समय पर चेतावनी: बाढ़ के समय रेडियो, टीवी, और मोबाइल अलर्ट पर ध्यान दें और तुरंत सुरक्षित स्थान पर चले जाएं।
- सुरक्षित स्थान: घर में ऊंचे स्थान पर महत्त्वपूर्ण दस्तावेज, खाद्य सामग्री और पानी रखें।
- आपातकालीन किट: एक आपातकालीन किट तैयार रखें, जिसमें दवाईयाँ, टॉर्च, बैटरी, और आवश्यक खाद्य सामग्री हो।
- स्वयं और दूसरों की सुरक्षा: बाढ़ के दौरान अपने और दूसरों की सुरक्षा का ध्यान रखें, विशेषकर बच्चों और बुजुर्गों का।
आपदा प्रबंधन की तकनीकें
कार्यक्रम में एनडीआरएफ टीम ने विभिन्न प्रकार की आपदाओं से बचाव हेतु उपयोगी तकनीकों का प्रशिक्षण भी दिया। इनमें शामिल थे:
- बचाव उपकरणों का उपयोग: रस्सी, लाइफ जैकेट, और तैरने वाले उपकरणों का सही उपयोग।
- आपातकालीन स्थिति में प्राथमिक चिकित्सा: घायल व्यक्तियों को प्राथमिक चिकित्सा देना और उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना।
- जल प्रदूषण से बचाव: बाढ़ के दौरान पीने के पानी को कैसे सुरक्षित रखें और जल जनित बीमारियों से बचाव के तरीके।
इस प्रकार के कार्यक्रमों का महत्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि ग्रामीण इलाकों में आपदाओं के समय जागरूकता और तैयारी का अभाव होता है। ‘फामेक्स’ जैसे कार्यक्रम ग्रामीणों को न केवल जागरूक बनाते हैं, बल्कि उन्हें आपदा प्रबंधन के लिए तैयार भी करते हैं। एनडीआरएफ की टीम ने इस कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीणों को बाढ़ से बचाव और आपातकालीन स्थिति में सही कदम उठाने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम के समापन पर उप जिलाधिकारी अजीतमल अमित कुमार ने एनडीआरएफ टीम और उपस्थित ग्रामीणों का धन्यवाद किया और ऐसे कार्यक्रमों के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की पहल से ग्रामीणों की जागरूकता और आपदा प्रबंधन के प्रति उनकी तैयारी में वृद्धि होती है, जिससे आपदाओं के समय जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकती है।
इस प्रकार, ‘फामेक्स’ कार्यक्रम ने ग्रामीणों को बाढ़ आपदा से निपटने के लिए महत्वपूर्ण जानकारी और तकनीकें प्रदान की, जो भविष्य में उन्हें सुरक्षित रखने में मददगार साबित होंगी।