औरैया: आज गुरुवार सुबह औरैया जनपद के फफूंद थाने के अंतर्गत अटा बरुआ गांव की निवासी प्रियंका ने अपने चार मासूम बच्चों को सेंगर नदी के केशमपुर घाट पर डुबो दिया। इस हृदयविदारक घटना में दो बच्चों की मौत हो गई, जबकि एक की तलाश अभी भी जारी है। एक बच्चा किसी तरह से जीवित बच गया और गांव पहुंचकर घटना की जानकारी दी।
प्रियंका आज गुरुवार सुबह अपने चारों बच्चों को लेकर सेंगर नदी के केशमपुर घाट पर पहुंची। बच्चों को कुछ खिलाने के बाद, उसने बारी-बारी से उन्हें नदी में डुबो दिया। जब उसे लगा कि सभी बच्चे मर चुके हैं, तो वह वहां से भाग गई। लेकिन, उनमें से एक बच्चा किसी तरह से बच गया और गांव पहुंचकर गांव वालों को इस घटना की सूचना दी। गांव वालों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और प्रियंका को हिरासत में ले लिया। औरैया के पुलिस अधीक्षक (एसपी) चारू निगम ने बताया कि महिला के पति अवनीश की डेढ़ वर्ष पहले मृत्यु हो चुकी है और वह अपने चचेरे देवर के साथ रह रही थी। पुलिस ने बताया कि महिला ने अपने चारों बच्चों को नदी में डुबो दिया, जिसमें से दो बच्चों के शव बरामद कर लिए गए हैं। इन बच्चों की उम्र पांच और छह वर्ष थी। एक बच्चा जीवित बच गया और उसने बताया कि मां ने उसे पानी में डुबोया, लेकिन उसने आंखें बंद कर लीं, जिससे मां ने उसे मरा समझ लिया और वहां से चली गई।
एसपी चारू निगम (SP Charu Nigam) ने बताया कि घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए एक विशेष टीम गठित की गई है। फिलहाल, महिला से पूछताछ की जा रही है और जांच जारी है कि इस घटना में कोई और शामिल है या नहीं।
इस दिल दहलाने वाली घटना से पूरे इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल है। गांव वालों का कहना है कि महिला मानसिक रूप से परेशान थी और पति की मृत्यु के बाद से ही वह अस्वस्थ थी। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि सही तथ्य सामने आ सकें। यह घटना न केवल औरैया जिले के लोगों के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ी चेतावनी है। इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है। प्रशासन को चाहिए कि वह मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ावा दे और ऐसे मामलों पर कड़ी निगरानी रखे। इस घटना ने एक बार फिर से समाज में संवेदनशीलता और सहानुभूति की जरूरत को उजागर किया है।