Uttarakhand Disaster: उत्तराखंड के चमोली जिले में धौलीगंगा नदी में रविवार को एक ग्लेशियर टूटने से उसके किनारे बसे सैकड़ों लोगों की जान खतरे में पड़ गई। भारी तबाही की भी आशंका है। भारी बाढ़ के मद्देनजर पौड़ी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, हरिद्वार और देहरादून सहित कई जिलों में अलर्ट जारी किया गया है।राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल डीआईजी रिद्धिम अग्रवाल ने कहा कि ऋषि गंगा बिजली परियोजना में काम करने वाले 150 से अधिक मजदूर सीधे प्रभावित हो सकते हैं। बिजली परियोजना के प्रतिनिधियों ने मुझे बताया है कि वे परियोजना स्थल पर अपने लगभग 150 श्रमिकों से संपर्क नहीं कर पा रहे हैं।
अधिकारियों ने सर्च ऑपरेशन और रेस्क्यू ऑपरेशन अभियान शुरू कर दिया है। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के कर्मियों को रैनी गांव के पास साइट पर ले जाया गया है। सीमा सुरक्षा बल के एक अधिकारी ने कहा कि कुछ जलस्रोतों में पानी भर गया है और कई नदी किनारे बने घरों को भी नष्ट कर दिया गया है।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRD) की चार टीमें भी घटनास्थल पर हैं और बचाव और राहत कार्य कर रही हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट करते हुए कहा, “कुछ और एनडीआरएफ टीमों को दिल्ली से उत्तराखंड भेजा जा रहा है। हम लगातार स्थिति पर नजर रख रहे हैं।”
इस बीच, राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ट्वीट करते हुए लोगों से अपील की कि वे पुराने बाढ़ के वीडियो के जरिए अफवाह फैलाने से बचें। राज्य के मुख्यमंत्री ने फंसे और प्रभावित लोगों के लिए आपदा संचालन केंद्र के नंबर भी जररी किये हैं। वे 1905,1070 या 9557444486 पर कॉल कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जो एक कार्यक्रम के लिए असम में थे, ने स्थिति का जायजा लिया और रावत से भी बात की, प्रधान मंत्री कार्यालय ने ट्विटर पर कहा। पीएम ने ट्वीट किया, “उत्तराखंड की दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति पर लगातार नजर रख रहा हूं। भारत उत्तराखंड के साथ खड़ा है और देश हर किसी की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता है। वरिष्ठ अधिकारियों से लगातार बात कर रहे हैं और एनडीआरएफ की तैनाती, बचाव कार्य और राहत कार्यों के बारे में अपडेट ले रहे हैं।”
इसी क्रम में उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री महंत श्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने से उत्पन्न हुई परिस्तिथियों को देखते हुए प्रदेश के सभी सम्बंधित विभागों व अधिकारियों को हाई अलर्ट पर रहने तथा SDRF को राहत कार्यों हेतु तैयार रहें और साथ ही गंगा नदी के किनारे स्तिथ सभी जनपदों के उच्च अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। योगी जी ने ट्वीट करते हुए कहा है कि देवभूमि उत्तराखंड में उत्पन्न हुई इस प्राकृतिक आपदा से निपटने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी ।