औरैया- जनपद में बढ़ते ऑनलाइन ठगी के मामलों को देखते हुए औरैया पुलिस सक्रिय भूमिका निभा रही है और लोगों को इन जालसाजों से बचाने के लिए कड़ी मशक्कत करती नजर आ रही है। बीते दिनों प्रकाश में आये कुछ मामलों पर छानबीन करते हुए आज औरैया पुलिस ने एक मुखबिर कि सूचना पर ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो भोले-भाले लोगो को अपने जाल में फंसाकर पैसे ठगने का कार्य करते थे.इस गिरोह के चार लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने इनके पास से विभिन्न बैंकों के 15 एटीएम कार्ड, ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाने के लिए प्रयोग में लाये जाने वाले 7 मोबाइल फ़ोन,लोगों से ठगी गई 6300 रूपये की रकम,घटनाओ को अंजाम देनें के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली एक कार व एक मोटरसाईकिल बरामद की है।
आरोपियों के नाम व पता
- सतेन्द्र सिंह चौहान उर्फ विधायक पुत्र शिवमोहन सिंह उर्फ बच्चा सिंह निवासी ग्राम आगापुर थाना घाटमपुर जनपद कानपुर नगर
- ऋषभ सिंह उर्फ अर्पित सैंगर पुत्र सुनील सिंह सैंगर निवासी मोहल्ला बृह्मनगर थाना कोतवाली औरैया जनपद औरैया
- किशन सिंह उर्फ कृष्णा ठाकुर पुत्र राजकुमार निवासी मोहल्ला पढ़ीन दरवाजा थाना कोतवाली औरैया जनपद औरैया
- दीपक चौबे पुत्र अखिलेश चतुर्वेदी निवासी चिरूहली थाना कोतवाली औरैया जनपद औरैया
- साथी कन्हैंया उर्फ छोटू पुत्र महेश तोमर निवासी ग्राम चिरूहली थाना कोतवाली औरैया ( भागा हुआ)
पुलिस पूछताछ में उगले कई राज
पुलिस कि पूछताछ में चारों आरोपियों ने एक और साथी के सलिप्त होने की बात कही है जो आज इनके साथ नहीं था। चारों आरोपी जिनके नाम सतेन्द्र, कन्हैंया, ऋषभ और किशन एस्कॉर्ट सर्विश, प्लेब्वॉय, जोगोलो नाम से फर्जी कॉल सेन्टर चलाते थे । जिसमे भोले भाले लोगों को फोन पर लुभावने ऑफर जैसे लड़की लड़कों की आपस में दोस्ती कराने, अच्छी कम्पनियों में नौकरी दिलाने या सस्ती दर पर लोन दिलाने के नाम पर रजिस्ट्रेशन फीस के रूप में मोटी रकम वसूलने जैसे ठगी के कार्य किये जाते थे।
लड़की की आवाज निकालकर करते थे ठगी
चारों ने यह भी बताया कि दीपक,जो कि लड़कियों जैसी महीन आवाज की मिमिक्री करने में माहिर है, के द्वारा ऐसे भोले भाले लोगों की बात करायी जाती थी और भोले भाले लोगों को अपने जाल में फंसा कर उनके साथ छल कर के आनलाइन पेमेण्ट बैंक खातों व जन सेवा केन्द्रों के QR कोड के खातों में डलवाते थे ।
ATM कार्ड बदलकर लोगों के बैंक खाते में लगाते थे सेंध
पुलिस कि लम्बी पूछताछ में चारों आरोपियों ने यह भी बताया कि हमारे कुछ लोग एटीएम केविन मे अन्दर जाकर ऐसे ग्राहको का इन्तजार करते थे जिन्हे ए.टी.एम. चलाना ही नही आता था जिनकी मदद के बहाने ATM बदल कर मोटी रकम पार करते थे और कुछ लोग ATM केबिन के बाहर हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार खड़े रहते थे। सतेन्द्र इनकी टीम का लीडर था और वही पूरी योजना बनाता था। 11 जनवरी 2021 को ATM मशीन ओरियन्टल बैंक ऑफ़ कॉमर्स औरैया (Oriental Bank Of Commerce-Auraiya) से एक बुजुर्ग व्यक्ति का स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया(State Bank of India) का ATM कार्ड बदल कर उसके खाते से छलपूर्वक 1,44,000/- रूपये निकाले थे,जो आपस में बराबर बराबर बाँट लिये गये थे ।