साइको किलर कुलदीप गिरफ्तार: बरेली पुलिस ने अपनी सतर्कता और कड़ी मेहनत के बल पर एक खतरनाक साइको किलर कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने जिले की छह महिलाओं की निर्मम हत्या की थी। यह गिरफ्तारी न केवल पुलिस की एक बड़ी सफलता है, बल्कि समाज के लिए भी राहत का संदेश है।
हत्याओं का आतंक: 1500 CCTV फुटेज और 22 पुलिस टीमें
कुलदीप ने बरेली और आसपास के क्षेत्रों में महिलाओं की साड़ी से गला घोंटकर हत्या की। उसने इस क्रूरता को इतनी चतुराई से अंजाम दिया कि पुलिस के लिए उसे पकड़ पाना एक चुनौती बन गया। पुलिस ने इस मामले को सुलझाने के लिए 22 टीमों का गठन किया और 25 किलोमीटर के दायरे में 1500 से अधिक CCTV फुटेज खंगाले। इसके साथ ही, बरेली जिले में 600 नए CCTV कैमरे भी लगाए गए ताकि इस सीरियल किलर की हर हरकत को ट्रैक किया जा सके।
बुझिया माइनर से गिरफ्तारी
पुलिस की अथक मेहनत और व्यापक योजना के चलते, कुलदीप को 8 अगस्त 2024 को शाही थाना क्षेत्र के बुझिया माइनर इलाके से गिरफ्तार किया गया। उसे एक मुखबिर की सूचना और पहले से तैयार किए गए स्केच और वीडियो फुटेज के आधार पर पकड़ा गया। पूछताछ में कुलदीप ने छह महिलाओं की हत्या करने की बात स्वीकार की।
पुलिस की सूझबूझ और व्यापक योजना: ऑपरेशन तलाश
इन घटनाओं के खुलासे के लिए बरेली पुलिस ने “ऑपरेशन तलाश” नामक अभियान चलाया। इस ऑपरेशन के तहत पुलिस ने विभिन्न प्रांतों के विशेषज्ञों की मदद ली और सीरियल किलर के मनोवैज्ञानिक पहलुओं को समझा। इसके अलावा, जनपदीय सर्विलांस टीम ने 1.5 लाख मोबाइल नंबरों का डाटा खंगाला और आस-पास के गांवों की वोटर सूची की जांच की। पुलिस ने साइकोलॉजिकल विशेषज्ञों से परामर्श कर कुलदीप की मानसिक स्थिति का भी अध्ययन किया।
थाना शाही #bareillypolice द्वारा विगत वर्ष 2023 व प्रचलित वर्ष 2024 में महिलाओं की हत्या की घटनाओं का किया गया सफल अनावरण, घटनाएं कारित करने वाला अभियुक्त कुलदीप गिरफ्तार। #UPPolice pic.twitter.com/WZfW57pHfZ
— Bareilly Police (@bareillypolice) August 9, 2024
कुलदीप की मानसिकता: कुंठा और बदले की भावना का अंजाम
कुलदीप ने पुलिस के सामने बताया कि उसकी हिंसक प्रवृत्ति महिलाओं के प्रति गहरे विद्वेष और कुंठा का परिणाम थी। उसने अपनी हत्याओं को एक सुनियोजित ढंग से अंजाम दिया। वह दिन भर जंगलों और गांवों में भटकता रहता था और जब उसे कोई अकेली महिला मिलती, तो वह उसे निशाना बनाता। उसने गन्ने के खेतों का इस्तेमाल इसलिए किया क्योंकि वहाँ आड़ मिलती थी, और उसे पता था कि वहां पर किसी को उसकी हरकत का पता नहीं चलेगा। हत्या के बाद वह यह सुनिश्चित करने के लिए महिला की साड़ी से उसका गला कसकर बांध देता था कि उसकी मृत्यु सुनिश्चित हो।
कुलदीप की मानसिक अस्थिरता का कारण
कुलदीप की कहानी एक मानसिक और भावनात्मक संघर्ष की कहानी है। उसका जन्म एक टूटे हुए परिवार में हुआ, जहाँ उसके पिता की दूसरी शादी और माँ के साथ हुई हिंसा ने उसके मन में गहरे विद्वेष का बीज बो दिया। उसकी माँ की मृत्यु और सौतेली माँ के प्रति नफरत ने उसे मानसिक रूप से अस्थिर कर दिया। इस पारिवारिक त्रासदी ने उसे हिंसक बना दिया, और उसकी शादी भी इसी असंतुलित मानसिक स्थिति का शिकार हो गई। जब उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई, तो उसने इस कुंठा को महिलाओं के प्रति नफरत और हिंसा में बदल दिया।
भविष्य की चुनौतियाँ और पुलिस की तैयारी
कुलदीप की गिरफ्तारी के बाद, बरेली पुलिस अब इस मामले को अदालत में ले जाकर उसे कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की दिशा में काम कर रही है। साथ ही, जिले में सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया जा रहा है ताकि भविष्य में इस तरह के अपराधों को रोका जा सके।
बरेली पुलिस की यह सफलता एक मिसाल है कि कानून के हाथ से कोई अपराधी बच नहीं सकता, चाहे वह कितना ही चतुर क्यों न हो। कुलदीप की गिरफ्तारी ने समाज में सुरक्षा और न्याय की भावना को फिर से स्थापित किया है।