औरैया: जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल संजीव वार्ष्णेय ने जानकारी दी है कि इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर सेना मुख्यालय द्वारा जारी की गई वीरता पुरस्कारों की सूची में औरैया के लाल लांस नायक कुलदीप कुमार को सेना मेडल (वीरता ) से पुरस्कृत करने हेतु चयनित किया गया है। कुलदीप कुमार को अगले सैन्य सम्मलेन में इस पुरुस्कार से पुरुकृत किया जायेगा। यह समाचार सुनकर उनके परिवार और गांव में खुशी का माहौल है। कुलदीप कुमार गांव चिचौली के रहने वाले हैं और स्वर्गीय कन्हैया लाल के पुत्र हैं। वह राजपूत रेजीमेंट के हैं, और आजकल 44 राष्ट्रीय राइफल जम्मू कश्मीर में तैनात है।
आतंकियों को मुठभेड़ में किया ढेर
जम्मू कश्मीर के शोपियां इलाके में 17 जून 2020 को हुई आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में साहस और वीरता का परिचय देते हुए कुलदीप कुमार ने आतंकियों की घेराबंदी कर उनके ऊपर ग्रेनेड दागे और बेजोड़ फायरिंग कर सभी आतंकियों को ढेर कर दिया। कुलदीप कुमार को उनकी वीरता और साहस को देखते हुए उनको सेना मेडल पुरस्कार से पुरुस्कृत करने हेतु चयनित किया गया है।
सेना पदक भारतीय सेना के सभी रैंकों के सदस्यों को प्रदान किया जाता है, कर्तव्य या साहस के प्रति असाधारण समर्पण के ऐसे व्यक्तिगत कृत्यों के लिए जो सेना के लिए विशेष महत्व रखते हैं। यह वीर चक्र, शौर्य चक्र और युद्ध सेवा पदक से बाद की वरीयता का पदक है और यह विशिष्ट सेवा पदक से ऊंचे स्थान पर है। सेना पदक 17 जून 1960 को भारत के राष्ट्रपति द्वारा स्थापित किया गया था। यह एक गोलाकार रजत पदक है, जिसमें एक संगीन ऊपर की ओर इंगित है। इस पदक के पिछले भाग पर एक खड़ा हुआ एक सिपाही और ऊपर हिन्दी में ‘सेना पदक’ लिखा हुआ है।