UP Homeguard Requirement 2021: प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था की बड़ी जिम्मेदारी होमगार्ड स्वयंसेवकों के कंधो पर भी है। पुलिस के साथ साथ होमगार्ड भी प्रदेश में सुरक्षा का माहौल देने में सक्रिय भागीदारी निभा रहे हैं। वर्षों से कोई भी नई भर्ती न होने के चलते होमगार्ड स्वयंसेवकों के अधिक संख्या में पद खाली पड़े हैं। राज्य सरकार प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी की समस्या को देखते हुए मिशन रोजगार के तहत खाली पड़े पदों पर अधिक से अधिक संख्या में युवाओं को भर्ती कर रोजगार देने का प्रयास करती दिख रही है। ऐसे में विभाग ने होमगार्ड के खाली पड़े पदों पर एक बड़ी भर्ती करने का प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेज दिया है जो मुख्यमंत्री की स्वीकृति हेतु प्रतीक्षारत है। प्रदेश में बेरोजगार युवाओं के लिए यह एक बहुत बड़ी खुशखबरी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रदेश में जल्द ही लगभग 30000 पदों पर होमगार्ड की भर्ती की जाएगी जिसमे महिलाओं को वरीयता देने की बात कही गई है। इस भर्ती के संबंध में आधिकारिक सूचना सितंबर माह के अंत तक आने के कयास लगाए जा रहे हैं।
प्रदेश में रीस्वीकृत पदों की अपेक्षा लगभग 26 फीसदी पद पड़े हैं खाली
प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए होमगार्ड स्वयंसेवकों और अवैतनिक अधिकारियों के लगभग 1 लाख 18 हजार 348 पद स्वीकृत हैं। जबकि मौजूदा समय में प्रदेश में 87 हजार 184 होमगार्ड स्वयंसेवक और अवैतनिक अधिकारी कार्यरत हैं। इस प्रकार से प्रदेश में 26 फीसदी होमगार्ड स्वयंसेवकों और अवैतनिक अधिकारियों के पद खाली पड़े हैं।
खाली पदों की बढ़ती संख्या की प्रमुख वजहें
बीते 10 वर्षों में शासन ने कोई भी नई भर्ती नही की है। वहीं लगभग 3000 होमगार्ड स्वयंसेवक प्रतिवर्ष सेवानिवृत हो रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रदेश में कार्यरत होमगार्ड स्वयंसेवकों में 49 फीसदी होमगार्ड 51 से 60 वर्ष आयु के मध्य हैं। इन्हीं प्रमुख तथ्यों पर ध्यान केंद्रित करते हुए विभाग ने मुख्यालय स्तर पर पड़े खाली पदों का आकलन करवाकर शासन को नई भर्ती के संबंध में प्रस्ताव भेजा है। अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री कार्यालय से प्रस्ताव को कब स्वीकृति मिलती है और कब इस भर्ती के संबंध में भर्ती बोर्ड द्वारा आधिकारिक सूचना जारी की जाती है।